गूगल दिखाएगा गलियों का नजारा
नई दिल्ली, प्रेट्र : लोगों को रास्ता दिखाते हुए मंजिल तक पहुंचने का सफर गूगल मैप ने कितना आसान किया है, यह तथ्य किसी से छिपा हुआ नहीं है। अब रास्ता दिखाने के साथ-साथ गूगल आपको किसी जगह जाने से पहले ही वहां का पूरा नजारा भी दिखाने के लिए तैयार है। गूगल मैप ने भारत के 10 शहरों में स्ट्रीट व्यू सर्विस शुरू कर दी है। टेक महिंद्रा और जेनेसिस इंटरनेशनल के सहयोग से बुधवार से गूगल ने यह सेवा शुरू की है। गूगल ने गलियों का नजारा दिखाने के लिए इस सर्विस की शुरुआत 11 साल पहले की थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से भारत सरकार ने यहां इस सर्विस को शुरू करने की अनुमति नहीं दी थी। अब स्थानीय स्तर पर डाटा संरक्षण से लेकर अन्य सभी मुद्दों पर सरकार की शर्तों को पूरा करते हुए इस सर्विस को शुरू किया गया है।
कंपनी ने बताया कि 10 शहरों में 1.50 लाख किलोमीटर से ज्यादा दूरी को कवर करते हुए स्थानीय साझेदारों के साथ मिलकर सर्विस को शुरू किया जा रहा है। 2022 के आखिर तक 50 से ज्यादा शहरों तक इस सर्विस को विस्तार देने की तैयारी है। इस सर्विस की शुरुआत के साथ ही भारत पहला ऐसा देश बन गया है, जहां स्ट्रीट व्यू सर्विस को पूरी तरह से स्थानीय कंपनियों के सहयोग से लांच किया गया है। कंपनी लोकल डेवलपर्स के लिए स्ट्रीट व्यू एपीआइ भी उपलब्ध कराएगी, जिससे वे अपने एप में उसका प्रयोग करते हुए मैपिंग के एक्सपीरियंस को बेहतर कर सकें।
इस घोषणा पर गूगल मैप एक्सपीरियंसेज के वीपी मिरियम कार्तिक डेनियल ने कहा कि भारत में स्ट्रीट व्यू सर्विस लोगों के अनुभव को बेहतर करेगी। इसकी मदद से लोग वर्चुअल तरीके से किसी जगह को अच्छी तरह समझ पाएंगे। इससे वहां के कारोबार से लेकर प्रमुख जगहों तक के बारे में ज्यादा विस्तृत जानकारी पाना संभव होगा।
11 साल के इंतजार के बाद गूगल मैप की स्ट्रीट व्यू सर्विस भारत में लांच
इन शहरों से आरंभ
बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, नासिक, वडोदरा, अहमदनगर और अमृतसर
ट्रैफिक कंट्रोल में मदद करेगा
इसकी शुरुआत बेंगलुरु से हो रही है। यहां जिस रोड पर आप चल रहे होंगे, वहां क्या स्पीड लिमिट है, उसकी गूगल मैप में ट्रैफिक विभाग द्वारा तय की गई स्पीड लिमिट भी दिखाई जाएगी। जानकारी गूगल मैप पर नजर आएगी। इसके अलावा गूगल ने बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस से साझेदारी का भी एलान किया है, जिसके तहत ट्रैफिक लाइट की समयसीमा को बेहतर करने के लिए माडल तैयार किया जाएगा। इससे ट्रैफिक लाइट के कारण लगने वाले जाम से छुटकारा पाना संभव हो सकेगा।