अग्निपथ इन बाम्बे

अग्निपथ, मोदी जी का एक और मास्टरस्ट्रोक है। विरोधियों को भी अब तो इसे मास्टरस्ट्रोक मानना ही पड़ेगा। नौजवान करते रहें विरोध; उन्होंने अभी दुनिया देखी ही कितनी है, जो उन्हें मास्टरस्ट्रोक की पहचान होगी। पर अग्निपथ का मास्टरस्ट्रोकत्व के शिवसेना विधायकों ने झट से पहचान लिया। अग्निपथ पर चलकर वाया सूरत, गुवाहाटी जा पहुंचे और बन गए अग्निवीर । न पेंशन, न ग्रेच्युटी, पक्की वाली नौकरी भी नहीं, बस सेवा 'हिंदुत्व' की उद्धव टाइप के पनीले नहीं, बाल ठाकरे वाले खालिस हिंदुत्व की । कौन कहता है कि राजनीति में अब सेवा और त्याग खत्म हो गए हैं। और शिवसेना के विधायकों की हिंदुत्व की सेवा के चक्कर में, मोदी जी को नाहक बदनाम किया जा रहा है। उद्धव जी की पार्टी के विधायकों के दिल में अगर हिंदुत्व की सेवा करने की भावना है, तो इसमें मोदी जी का क्या कसूर? मोदी जी की पार्टी के नाम हिंदुत्व की सेवा का ठेका है तो क्या, दूसरी पार्टी वालों को मन में हिंदुत्व की सेवा की इच्छा रखने से रोक थोड़े ही सकते । आखिर, देश में डेमोक्रेसी है। लेकिन, शिवसेना विधायकों के हिंदुत्व की सेवा के लिए अग्निपथ पर चलने के लिए तैयार हो जाने में, मोदी जी की पार्टी का हाथ क्यों बताया जा रहा है। गलती उद्धव जी की कि बेचारों को करीब तीन साल हिंदुत्व की सेवा नहीं करने दी और बदनामी फडनवीस साहब की, यह तो बड़ी नाइंसाफी है भाई। माना कि शिंदे एंड कंपनी मुंबई से फुर्र होकर सीधे सूरत पहुंची, जहां भगवा पार्टी की डबल इंजन सरकार है। सूरत से चार्टर विमानों में उड़े तो सीधे गुवाहाटी पहुंचे और वहां भी भगवा पार्टी की डबल इंजन सरकार है। माना कि होटल के बाहर डबल इंजन की पुलिस, होटल के अंदर डबल इंजन सरकार के मंत्रियों की मेजबानी रही। लेकिन क्या अतिथि देवो भव की संस्कृति के इस देश में, डबल इंजन मेहमाननवाजी पर भी सवाल उठाए जाएंगे और हवाई जहाज से लेकर होटल तक के खर्चों के हिसाब लगाए जाएंगे! सुना है शिवसेना वाले, टीम शिंदे की की वापसी के लिए मुंबई को अग्निपथ बनाने वाले हैं। पर हिंदुत्व की सेवा के लिए अग्निवीर बनने वाले क्या अग्निपथ पर चलने से घबराएंगे? बाकी शाह साहब की जैड सुरक्षा और किस दिन काम आएगी!

Popular Posts